५ दोस्त थे, उन्मे से १ आदिवासी था !
बाकी ४ में
(१) हिन्दू (२) मुस्लिम (३) ईसाई (४) सिख
सभी आदिवासी जाती पर जोक मार रहे थे !
और हस रहे थे, आदिवासी दोस्त चुपचाप सुनता रहा था !
अगले दिन उसने चारो को
एक-एक रुपये के सिक्के देकर कहा !
ये सिक्के किसी ऐसे भिखारी को दे देना
जो आदिवासी हो !
६ महिने बाद वो लोग वापस आये
और
उन्हेने आदिवासी दोस्त को
वही चरो सिक्के वापस किये
और बोले कि
१२० करोड की भारत की आबादी में से हमे १ भी आदिवासी भिखारी नही मिला !
दिमाग, मेहनत, लगन, ईनामदारी, और सच्चाई, यही है, " आदिवासी " की शान
गर्व से कहिय !
जय आदिवासी ! देश के मुलनिवासी
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